रूस इस वक्त लगातार यूक्रेन में गोले बरसा रहा है जिसके चलते हालत बद से बदतर होती चली जा रही है। इसके साथ ही रूस ने न्यूक्लियर अटैक का भी संकेत दे दिया है जिसके बाद से दुनिया दहशत में है। इस बीच भारत सरकार लगातार अपने नागरिकों और छात्रों को यूक्रेन से निकाल रही है और यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया था। अब एक बार फिर से भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो किसी भी तरह से तुरंत खारकीव से निकल जाए। यह यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यहां पर रूस के हमलों से पूरा शहर दहल रहा है। इसके साथ ही परमाणु हमला होने की आशंका काफी ज्यादा बढ़ गई है।
खारकीव में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए भारतीय दूतावास ने नई एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारतीय नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत और हर हालत में खारकीव से निकल जाना चाहिए। एडवायजरी में खारकीव में मौजूद भारतीयों से कहा है कि उन्हें पेसोचिन,बेज्ल्युदोवका और बबाये की ओर जितना जल्दी संभव हो बढ़ना चाहिए। किसी भी स्थिति में उन्हें इन स्थानों पर शाम छह बजे (यूक्रेन के समयानुसार) पहुंचना होगा। खारकीव और पूर्वी क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने में रूस मदद कर सकता है। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव के अनुसार बताया कि हम भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। रूसी क्षेत्र से रेस्क्यू कराने पर विचार किया जा रहा है।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया है कि कीव से सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है। दरअसल, मंगलवार को भारतीय दूतावास की ओर से चेतावनी जारी की गई थी, इसमें बताया गया था कि भारतीय नागरिक किसी भी हाल में कीव छोड़ दें। वहीं, केंद्र की मोदी सरकार यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा संचालित कर रही है। इसके तहत यूक्रेन से जमीनी सीमा साझा करने वाले पांच देशों पोलैंड, स्लोवाकिया, रोमानिया, मोल्डोवा और हंगरी के जरिए लोगों को निकाला जा रहा है।